Parenting Tips for Kids: चार साल तक का समय बच्चे के जीवन की नींव होती है. जितनी मजबूत नींव होगी, उतना उज्ज्वल भविष्य होगा. चार वर्ष तक के बच्चों की देखभाल और परवरिश बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण दौर होता है. इस उम्र में बच्चों का मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास तीव्र गति से होता है. इसलिए माता-पिता की भूमिका सिर्फ देखभाल तक सीमित नहीं रहती, बल्कि यह एक दिशा देने वाली जिम्मेदारी बन जाती है.
1. अपने बच्चे को प्यार और सुरक्षा का माहौल दें
शुरुआती सालों में बच्चे अपने आसपास के माहौल से बहुत कुछ सीखते हैं. उन्हें सबसे पहले प्यार और सुरक्षा की भावना की जरूरत होती है. माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चे को गले लगाएं, स्नेह दिखाएं और उसके साथ समय बिताएं. इससे बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ता है और मानसिक स्थिरता विकसित होती है.
2. संवाद करें, डांट नहीं
चार साल तक के बच्चों को डांटने से ज्यादा असर उनकी भावनाओं को समझने से होता है. अगर बच्चा जिद करता है या कोई गलती करता है, तो शांति से समझाएं कि क्या सही है और क्या गलत. बार-बार डांटना या मारना बच्चे के मन में डर और विद्रोह की भावना भर सकता है.

3. बच्चों के लिए तय करें दिनचर्या
बच्चों को एक नियमित दिनचर्या की आदत डालें, जिसमें समय पर सोना, खाना, खेलना और सीखना शामिल हो. इससे बच्चे अनुशासित होते हैं और उनका विकास संतुलित होता है.
4. स्क्रीन टाइम सीमित करें
इस उम्र में बच्चों को मोबाइल या टीवी से दूर रखना जरूरी है. इसकी जगह उन्हें किताबें पढ़ाएं, कहानियां सुनाएं और रचनात्मक खेलों में लगाएं.

5. स्वास्थ्य और पोषण पर दें ध्यान
संतुलित आहार, समय पर टीकाकरण और नियमित स्वास्थ्य जांच से बच्चे की सेहत मजबूत रहती है.
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