Bihar News: पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की तृतीय शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE-3) के अभ्यर्थियों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने और शीघ्र नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन अभ्यर्थियों के नहीं मानने पर लाठीचार्ज किया गया, जिसमें कई अभ्यर्थी घायल हो गए.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि TRE-3 परीक्षा में 87,774 पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई थी, लेकिन केवल 51,000 अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति मिली है. अभ्यर्थियों की मांग है कि शेष पदों के लिए पूरक परिणाम (सप्लीमेंट्री रिजल्ट) जारी किया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि समान अंक प्राप्त करने के बावजूद कुछ अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली, जबकि अन्य को मिल गई.
प्रदर्शन के दौरान एक महिला अभ्यर्थी बेहोश हो गई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अभ्यर्थियों ने पुलिस की कार्रवाई को अमानवीय बताते हुए सरकार पर उनकी मांगों को अनसुना करने का आरोप लगाया. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे.

यह पहला मौका नहीं है जब BPSC TRE-3 के अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया हो. इससे पहले भी वे शिक्षा मंत्री और जदयू कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है. अब सभी की निगाहें सरकार और शिक्षा विभाग पर टिकी हैं कि इस मामले में क्या कदम उठाए जाते हैं.

इस घटना ने बिहार में राजनीतिक हलचल भी बढ़ा दी है. विपक्षी दलों ने सरकार की कार्रवाई की निंदा की है और छात्रों की जायज मांगों को दबाने के लिए लाठीचार्ज को शर्मनाक बताया है. उन्होंने सरकार से त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई की मांग की है.
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