Operation Sindoor: पटना: बिहार में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर से बड़ा कदम उठाया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गंभीरता को देखते हुए राज्य में सुरक्षा समीक्षा के लिए गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह सचिव समेत कई आला अधिकारी शामिल हुए. बैठक में सीमावर्ती जिलों में बढ़ते आपराधिक और असामाजिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए कई सख्त निर्देश दिए गए.
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत राज्य की सीमा पर विशेष निगरानी रखी जाए. नेपाल, झारखंड और उत्तर प्रदेश से सटे जिलों में पुलिस और खुफिया विभाग को चौकसी बढ़ाने को कहा गया है. खासतौर पर सीमावर्ती जिलों में अवैध हथियारों की आवाजाही, नक्सली गतिविधियों और तस्करी पर लगाम कसने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जब तक ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सफल नहीं होता, तब तक राज्य के सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द रहेंगी. सभी थानों को सतर्क रहने को कहा गया है और थाना स्तर पर गश्ती बढ़ाने का आदेश भी जारी हुआ है.

ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमावर्ती जिलों में ड्रोन से निगरानी, संदिग्धों की तलाशी और वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी गई है. साथ ही, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. NIA और IB जैसी केंद्रीय एजेंसियों से भी समन्वय किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन नंबर पर दें. सरकार का मानना है कि जनसहयोग से ही अपराध और असुरक्षा पर काबू पाया जा सकता है.

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