Fake CBI Team: पटना पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने जेल में रहते हुए खुद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करने की योजना बनाई थी. इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से हथियार, सेना की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र बरामद किए गए हैं.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रीतन कुमार सिंह (सहरसा), अरविंद कुमार (वैशाली) और नीतीश कुमार (पटना) के रूप में हुई है. इनमें से अरविंद कुमार गिरोह का सरगना है, जिसने जेल में रहते हुए वेब सीरीज देखकर CBI की फर्जी टीम बनाने का विचार किया. जेल से रिहा होने के बाद, इन लोगों ने खुद को CBI अधिकारी बताकर लोगों से ठगी शुरू की.
गिरोह का भंडाफोड़ तब हुआ, जब एसके पुरी थाना क्षेत्र के शिवपुरी निवासी पारले बिस्कुट कंपनी के सेल्समैन अमर कुमार से आरोपियों ने फर्जी CBI अधिकारी बनकर 17000 रुपये की ठगी की. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की और चिरैयाटांड़ और आलमगंज क्षेत्रों से उन्हें गिरफ्तार किया.

पुलिस ने आरोपियों के पास से दो पिस्टल, एक देसी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस, सेना की वर्दी, फर्जी CBI पहचान पत्र, छह मोबाइल फोन, दो बाइक और ब्लैंक चेक बरामद किए हैं. इनमें से एक बाइक पर फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी.
जांच में पता चला है कि गिरोह गांधी मैदान क्षेत्र में एक बड़े व्यवसायी से तीन से चार लाख रुपये की लूट की योजना बना रहा था. पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर इस योजना को विफल कर दिया. फिलहाल, गिरोह के एक अन्य सदस्य संतोष पासवान की तलाश जारी है.

यह मामला दर्शाता है कि कैसे अपराधी आम लोगों को ठगने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से इस गिरोह का भंडाफोड़ संभव हो सका है. आम जनता को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए.
यह भी पढ़ें- लालू यादव की बढ़ी मुश्किलें, आचार संहिता उल्लंघन मामले में कोर्ट ने कुर्की-जब्ती का दिया आदेश