Bihar Assembly Election 2025: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पूरी ताकत से उतरने का ऐलान किया है. पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि AIMIM सीमांचल क्षेत्र में फिर से अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने के लिए चुनाव लड़ेगी. उन्होंने बहादुरगंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार की घोषणा भी कर दी है और 3 मई को वहां जनसभा को संबोधित करेंगे.
सीमांचल पर विशेष फोकस
AIMIM का मुख्य ध्यान सीमांचल क्षेत्र पर है, जिसमें पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिले शामिल हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने यहां 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 5 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि, बाद में चार विधायक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में शामिल हो गए थे. ओवैसी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीमांचल की जनता उन लोगों को सबक सिखाएगी जिन्होंने हमारे विधायकों को तोड़ा.
राजनीतिक समीकरणों में बदलाव
AIMIM के चुनाव लड़ने के फैसले से बिहार की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं. विशेष रूप से राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियों के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि AIMIM का प्रभाव मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में बढ़ रहा है. पार्टी ने पहले ही बहादुरगंज से उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और अन्य सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे.

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बिहार की राजनीति में एक नया मोड़
AIMIM का यह कदम बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है. सीमांचल क्षेत्र में पार्टी की सक्रियता और ओवैसी की रणनीति आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. अब देखना यह होगा कि AIMIM अपने पुराने प्रदर्शन को दोहरा पाती है या नहीं.

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