Operation Sindoor: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारतीय सेना ने सोमवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी मिराज के मलबे की क्लिप भी दिखाई. साथ ही पीएल-15 एयर-टू-एयर मिसाइल का मलबा दिखाया. एयर मार्शल एके भारती ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, यह दुख की बात है कि पाकिस्तानी सेना ने हस्तक्षेप करने का फैसला किया और वह भी आतंकवादियों के लिए. इसलिए हमने जवाब देने का फैसला किया. उन्होंने कहा, कल हमने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकी ढ़ांचे को नष्ट करने के लिए की गई सफल संयुक्त कार्रवाइयों के बारे में विस्तृत जानकारी दी थी. हमने दोहराया कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों और उनके समर्थन ढ़ांचे के खिलाफ है, न कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ. हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का समर्थन करने और हस्तक्षेप करने का फैसला किया, जिसके कारण हमें उचित जवाब देना पड़ा. उन्हें जो नुकसान हुआ है, उसके लिए पाकिस्तानी सेना जिम्मेदार है.
एके भारती ने कहा, हमारे युद्ध-सिद्ध सिस्टम समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और उन्होंने पाकिस्तान का डटकर मुकाबला किया है. एक और खास बात स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली, आकाश सिस्टम का शानदार प्रदर्शन रहा. पिछले एक दशक में भारत सरकार के बजटीय और नीतिगत समर्थन के कारण ही इतना मजबूत वायु रक्षा वातावरण तैयार करना और संचालित करना संभव हो सका.
भारती ने कहा, पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन और मानवरहित युद्धक हवाई वाहनों की कई लहरों को स्वदेशी रूप से विकसित सॉफ्ट और हार्ड किल काउंटर-यूएएस सिस्टम और अच्छी तरह से प्रशिक्षित भारतीय वायु रक्षा कर्मियों ने नाकाम कर दिया. हमने सिविलियन और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को न्यूनतम रखा, जबकि पाकिस्तानी सेना लगातार हमले कर रही थी. आपको पता है कि एयर डिफेंस सिस्टम की हमारे पास वैरायटी है, लो लेवल फायरिंग, सरफेस टू एयर मिसाइल, लॉन्ग और शॉर्ट रेंज मिसाइल शामिल हैं. हम पर ड्रोन और यूएवी से हमला किया गया. पाकिस्तानी हमले के दौरान हमारे सभी सिस्टम एकसाथ सक्रिय हुए. मॉडर्न डेज वार फाइटिंग के लिहाज से ये अहम था. पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम ने भी सही तरह से काम किया. भारती ने कहा, मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि हमारे सभी सैन्य अड्डे और सभी उपकरण और प्रणालियां चालू हैं और जरूरत पड़ने पर अपने अगले मिशन के लिए तैयार व तत्पर हैं.

डीजीएमओ, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है. पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था. 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक. पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था. आतंकियों पर हमारे सटीक हमले एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर को पार किए बिना किए गए थे. हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी. जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए.
जनरल राजीव घई ने कहा, हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठिन है. अगर आप हमारे रक्षा स्तरों को देखेंगे, तो समझ जाएंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूं. भले ही आप सभी स्तरों को पार कर लें, इस ग्रिड सिस्टम का कोई न कोई स्तर आपको जरूर रोक लेगा. जनरल राजीव घई ने बीएसएफ की सराहना करते हुए कहा, मैं यहां पर अपने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की सराहना करता हूं, जिसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया.
(इनपुट-आईएएनएस)

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